Definition(परिभाषा)
Procrastination is the practice of carrying out less urgent tasks in preference to more urgent ones, or doing more pleasurable things in place of less pleasurable ones, and thus putting off impending tasks to a later time.
OR
The act of putting off doing something that you should do till another day or time because you do not want to do it.
ये तो रही definition की बात अब आपको मै इसे आसान शब्दों में बयान करता हूं, Procrastination का मतलब होता है “अनिच्छा के कारण कार्य में विलंब होना” चलिए और विस्तार से जानने की कोशिश करते है, ऐसा कार्य जिसको करके आपको तुरंत संतुष्टि मिलती हो बजाए इसके कि आपको बाद में संतुष्टि मिले, उदहारण के तौर पे मान लीजिए दो दिन बाद आपका पेपर है और आपको पता है कि आपके exams हैं और आपको पढ़ना चाहिए लेकिन आप किताब खोलते है पढ़ने के लिए, लेकिन आपका मन होता कि एक pubg का session हो जाए उसके बाद पढ़ेंगे ।
इससे ये निष्कर्ष निकला कि हमारा दिमाग उन चीज़ों को पहले preference देता है जिससे आपको तुरंत gratification (संतुष्टि) मिलती है या जिसको करके आप तुरन्त pleasure फील करते हो क्योंकि इस उदहारण में दिमाग को pubg खेलना ज्यादा ज़रूरी लगा पढ़ाई के उपेक्षा ।
हमारा दिमाग बहुत tricky है जो चीज़ों को करते समय दो तरीक़े से सोचता है एक Instant GRATIFICATION और दूसरा DELAYED GRATIFICATION. हम में से हर कोई कभी न कभी किसी न किसी चीज़ को टालता ज़रूर है कल करूंगा, थोड़ी देर में करूंगा या अभी नहीं ये सब procrastination ही है और किसी चीज़ को टालना हम इंसानों की पुरानी आदत है इतनी पुरानी आदत है कि प्राचीन ग्रीक के महान philosophers Aristotle और Socrates ने इस चीज को नाम दिया “AKRASIA” का तो हमारी टालने की आदत पुरानी है महान लोग भी इससे अछूते नहीं रहे हैं।
While we waste our time hesitating and postponing, life is slipping away.
— Seneca (famous philosopher)Benjamin Franklin also said, “You may delay, but time will not, and lost time is never found again.”
अब बात आती procrastination से overcome कैसे किया जाए? तो इसके कुछ वैज्ञानिक तरीक़े हैं जिनपर आपको अमल करना होगा इन्हीं मूल वैज्ञानिक सिद्धांतों को अपनी दिनचर्या में उतारना होगा ।
1. Write down your goals-

कुछ लोग अब ये सोचेंगे कि लिखने से क्या होगा? लेकिन हां लिखने से बहुत कुछ होता है । इसके पीछे का विज्ञान का है चलिए जानते है| हमारे दिमाग में एक right hemisphere होता है और एक left hemisphere जब हम कुछ सोचते है तब हमारे दिमाग का right भाग एक्टिवेट होता है और जब उसी चीज को लिखते है तो हमारा left भाग भी एक्टिवेट हो जाता है और अब आपका पूरा दिमाग एक साथ काम करने लगता है और हमारे दिमाग को वो काम ज्यादा important लगने लगता है । इसलिए हमे अपने goals को लिखना ज़रूरी है तभी हमारा दिमाग भी उन goals को seriously लेगा और आपको और भी नए तरीक़े दिखने लगेंगे जो अभी तक शायद आपको नहीं दिखते थे और आत्मविश्वास का ऐसा सैलाब उमड़ पड़ेगा कि आपको लगेगा कि इतना आसान भी हो सकता था मुझे अपने लक्ष्य को पाना ।
किसी महान व्यक्ति ने कहा है
“GOALS THAT ARE NOT WRITTEN DOWN ARE JUST WISHES”
2. Stop waiting for the perfect time –

बचपन में आपको याद होगा हम सब fill in the blanks पढ़ते थे उसमे क्या होता था एक sentence लिखा जाता था और बीच में एक जगह छोड़ दी जाती थी जिसमे हम लोग उसमे answer भरते थे उसी तरह हमारे जीवन में भी यही होता हम चीज़ों को पाने के लिए एक सही Time की राह ताकते है और एक रिक्त स्थान छोड़ देते जिसे भरता कौन है ? आप? नहीं failure, हमारी मेहनत और goals के बीच दूरी ज्यादा नहीं होनी चाहिए जल्द से जल्द हमे अपने goals की ओर बढ़ना चाहिए हर time, perfect time होता है आप कोशिश तो करो ।
It’s a terrible thing, I think, in life to wait until you’re ready. I have this feeling now that actually no one is ever ready to do anything. There is almost no such thing as ready. There is only now. And you may as well do it now. Generally speaking, now is as good a time as any.
-Hugh Laurie
3. Don’t let your mood drive you (ख़ुद को दिमाग का गुलाम न बनने दे) –

ख़ुद को दिमाग का गुलाम न बनने दे बल्कि दिमाग को अपना गुलाम बनाए हमे अर्जुन की तरह मछली कि आंख दिखनी चाहिए, दशरथ माझी की तरह हमे अपना अपना लक्ष्य दिखना चाहिए .जब हम अपने लक्ष्य के बारे में ही चौबीस घंटे सोचेंगे तो हमारे दिमाग में और कुछ आएगा ही नहीं लेकिन ये इतना आसान नहीं है, क्योंकि दिमाग पहले emotions के साथ सोचता है फिर logical तो हमे सही balance बनाना आना चाहिए नहीं तो हम अपने मार्ग से हट जाएगा फिर हमे जो चाहिए वो शायद हमे उतना बेहतर ना मिले।
हमे अपने विचारों पे तुरंत react करना बंद करना होगा और जब भी खुद पर से कंट्रोल हटे तो हमे कुछ देर का break लेना चाहिए और उस दौरान हमे कुछ नहीं करना है बस शांत होके पुनर्विचार करना है ।
बस इतना करने से ही हम अपने emotions से deal करना सीख जायेंगे । अपकी intelligence को आपके emotions ही हराते है इसीलिए हमे emotions से deal करना बहुत ज़रूरी है।
4. Overcome the fear of failure –

आप जरूर पैदल चलते चलते कभी पत्थर से टकराए होंगे, तब आपने उस पत्थर के किनारे फेंक दिया होगा । वहीं हमारे success के रास्ते में होता है, कई बार हम फेल हो जाते है और इसी डर से हम दोबारा प्रयास नहीं करते बल्कि हमे अपनी गलती analyze करनी चाहिए और देखना चाहिए आप क्यों फेल हुए क्या कारण था और हो भी रास्ते का रोड़ा था उसका हटाइए और फिर आगे चलिए । ये समझिए failure rejection ये सभी success के रास्ते में मिलने वाले राहगीर है उनसे बात भी कर सकते है आप और नहीं भी बात कर सकते बस आपको उनकी बातों पे अमल नहीं करना है,हालांकि वो मिलेंगे ज़रूर ।
“There is only one thing that makes a dream impossible to achieve the fear of failure”
आप जितने भी महापुरुषों को देखिए सबके जीवन में कभी न कभी असफलता आई है लेकिन, उन्हें सफल उनके जज्बे
और उनकी कोशिश ने बनाया है अगर वो हार मान लेते तो वो भी आम लोगों की तरह बस ज़िन्दगी ही काट रहे होते ।
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5. Temptation Bundling –
इसका मतलब होता है कि जब आप किसी ऐसी चीज के लिए Procrastinate फील करते हो जिसके consequences आपको फ्यूचर में दिखेंगे लेकिन आप उस situation को किसी instant consequence से रिलेट कर दो इसे कहते है temptation bundling.
Example से समझाता हूं मान लीजिए आपके एक month बाद एग्जाम्स है और अगर आप नहीं पढ़ोगे तो आप एक महीने बाद फेल हो जाओगे इसको आपका दिमाग सीरियस नहीं लेगा लेकिन अगर आप ये शेड्यूल बनालो कि मैं जब २ घण्टे पढूंगा तब टीवी देखूंगा और अगर आप दो घंटे नहीं पढ़ोगे तो आप नहीं खेलोगे इस situation में आपने instant reward डाल दिया और futuristic consequences को current consequences से जोड़ दिया । रिसर्चर के मुताबिक़ ये technique ज्यादा कारगर किसी और technique के उपेक्षा ।
जो अपना मक़सद पहचानते हैं, उन्हें ही दुनिया वाले जानते हैं